तोशिबा के प्रवक्ता ने कहा: 'हमारी समझ के मुताबिक, हमारे लेखांकन कार्यों से संबंधित सभी एसईसी जांच पूरी हो चुकी हैं।'
2015 में तोशिबा के लेखांकन घोटाले ने अपनी सहायक की बहु अरब डॉलर की देनदारियों का खुलासा किया और तोशिबा को अपनी बहुमूल्य मेमोरी चिप डिवीजन बेचने के लिए मजबूर कर दिया।